बसहा चढ़ल बउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा लिरिक्स – Basha Chadhal Baurahwa Aage Mai

बसहा चढ़ल बउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा लिरिक्स - Basha Chadhal Baurahwa Aage Mai

बसहा चढ़ल बउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा एक प्रसिद्ध मैथिली भक्ति गीत अछि, जाहिमें माता दुर्गा आ भगवान शंकरक महिमा केर वर्णन कैल गेल अछि। एहि गीत में भक्तिभाव सँ भरल शब्द संग भगवान शंकरक सवारी बसहा आ हुनकर शक्ति रूपक प्रशंसा कैल गेल अछि। ई गीत विशेष रूप सँ नवरात्रि आ आन धार्मिक उत्सव सभ में गाओल जाइत अछि, आ एकरा में मैथिली संस्कृति केर सुगंध स्पष्ट देखल जा सकैत अछि।

बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा
शंकर दुलहवा, माई गे, शंकर दुलहवा,
शंकर दुलहवा, शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

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कहवां विभूति शोभे कहां मुंड मलवा, कहां मुंड मलवा
कहवां शोभे काली नागवा, आगे माई शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

अंग में विभूति शोभे, गले मुंड मलवा, गले मुंड मलवा
मथवा शोभेला काली नागवा, आगे माई शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

कौने हाथ डमरू शोभे, कौने में त्रिशुलवा, कौने में त्रिशुलवा
कहवां से बहे गंगा जलवा, आगे माई शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

बामे हाथ डमरू शोभे दाहिने त्रिशुलवा
मथवा से बहे गंगा धरवा आगे माई शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

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जय चन्द्र झा हास्य और व्यंग्य लेखन में माहिर हैं, जिनका इस क्षेत्र में 20 वर्षों का अनुभव है। उनकी रचनाएँ मिथिला की संस्कृति, समाज और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर हास्यपूर्ण व तीखे व्यंग्य के साथ गहरी छाप छोड़ती हैं।
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