मिथिला में राम खेले होली लिरिक्स Mithila Me Ram Khele Holi lyrics 

मिथिला में राम खेले होली लिरिक्स Mithila Me Ram Khele Holi lyrics

मिथिला में राम खेलें होरी मिथिला में

हो खेले होरी , हों खेलें होरी , मिथिला में

मिथिला में राम खेले होली मिथिला में …..

किनका हाथे कनक फिचकारी

किनका हाथे अबीर झोरी ,

हो किनका हाथे अबीर झोरी , मिथिला में

मिथिला में राम खेले होरी , मिथिला में

राम के हाथे कनक फिचकारी

सीता हाथ अबीर झोरी ,

हो सीता हाथ अबीर झोरी , मिथिला में

मिथिला में राम खेले होरी , मिथिला में ……

किनका भीजे पियर पीताम्बर

किनका भीजे कुसुम चुनरी

हो किनका भीजे कुसुम चुनरी , मिथिला में

मिथिला में राम खेले होरी, मिथिला में …….

राम के भीजे पियर पीताम्बर

सीता के भीजे कुसुम चुनरी

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हो सीता के भीजे कुसुम चुनरी, मिथिला में

मिथिला में राम खेले होरी, मिथिला में

हों खेलें होरी, हों खेलें होरी, मिथिला में

मिथिला में राम खेले होरी , मिथिला में …..

जय चन्द्र झा हास्य और व्यंग्य लेखन में माहिर हैं, जिनका इस क्षेत्र में 20 वर्षों का अनुभव है। उनकी रचनाएँ मिथिला की संस्कृति, समाज और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर हास्यपूर्ण व तीखे व्यंग्य के साथ गहरी छाप छोड़ती हैं।
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