मिथिला में मखाना बोर्ड से कितने जिलों को होगा फायदा? निर्मला सीतारमण के बजट में हुई घोषणा का सार समझिए
मिथिला में मखाना बोर्ड से कितने जिलों को होगा फायदा? निर्मला सीतारमण के बजट में हुई घोषणा का सार समझिए
मिथिला में मखाना बोर्ड से कितने जिलों को होगा फायदा? निर्मला सीतारमण के बजट में हुई घोषणा का सार समझिए
मिथिला क्षेत्र में, शुभ अवसरों पर आशीर्वाद के लिए कम से कम पाँच विवाहित पुरुष ब्राह्मणों द्वारा दूर्वाक्षत मंत्र का जाप किया जाता है । इस मंत्र का जाप आम तौर पर विवाह, कोजागरण ,उपनयन और मुंडन समारोह आदि के अवसर पर किया जाता है ।
Mithilanchal Prasidh Arikanchan Sabji – अरिकञ्चन बनाने की विधि
Mithilanchal Prasidh Arikanchan Sabji – अरिकञ्चन बनाने की विधि Read Post »
कपिलेश्वर एक प्रसिद्ध धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है, जो बिहार के मधुबनी जिले में स्थित है। यह स्थान धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। कपिलेश्वर मंदिर दरभंगा-जयनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है, जो दरभंगा से लगभग 24 किलोमीटर उत्तर और मधुबनी से 12 किलोमीटर पश्चिम की ओर है।
सीतामढ़ी को पीएम मोदी की बड़ी सौगात: अयोध्या की तर्ज पर बनेगा भव्य मां जानकी मंदिर
सीतामढ़ी को पीएम मोदी की बड़ी सौगात: अयोध्या की तर्ज पर बनेगा भव्य मां जानकी मंदिर Read Post »
मान्यता है कि लक्ष्मी स्वरूपा माँ जगदंबा आज भी राजा रत्नसेन की अकूत संपत्ति, जो यहीं कहीं दबी हुई है, की रक्षा करती हैं।
मिथिला में यह देवी आज भी करती है राजा के छुपे हुए खजाने की रक्षा ! Read Post »
मण्डन मिश्र को इतिहास एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जानता हैं जिन्होंने ने शंकराचार्य को शास्त्रार्थ में तगड़ी टक्कर दी थी | उनकी पत्नी भारती ने तो शंकराचार्य शास्त्रार्थ में को हरा भी दिया था |
शंकराचार्य से शास्त्रार्थ करने वाले मण्डन मिश्र कौन थे ! Read Post »
मिथिला की पुण्य धरती पौराणिक , सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है | यह महाभारतकाल से लेकर रामायणकाल तक के कई प्रसंगों को अपनी गोद में समेटे हुई है |
तो क्या केवल पुस्तकों में रह जायेगा अहिल्या स्थान और विद्यापति डीह ? Read Post »
प्राचीन विधि-विधान के अनुसार विवाह और सामाजिक व्यवस्था पर प्रकाश डालने के विषय में सौराठ मैथिल समाज का ऐतिहासिक महत्व रखता है।
पुनौरा धाम सीतामढ़ी – सितामढ़ी जिला मुख्यालय से 1 कोस की दूरी पर पुनौरा गाँव है। राजा जनक के हल चलाते समय माता सीता का यहीं जन्म हुआ था ।
अहिल्या स्थान और गौतम कुंड दोनों मिथिला क्षेत्र के महत्वपूर्ण धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल हैं, जो पौराणिक कथाओं और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से