बिहार के पूर्णिया में सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव का एक अनोखा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कटिहार की एक महिला ने अपने पति को साफ शब्दों में कह दिया कि वह उसे छोड़ सकती है, लेकिन सोशल मीडिया को नहीं। पति-पत्नी के बीच इस विवाद की वजह पत्नी की सोशल मीडिया की लत और अलग-अलग पोज़ में तस्वीरें पोस्ट करने की आदत बनी।
पति का आरोप है कि उसकी पत्नी दिनभर इंस्टाग्राम और फेसबुक पर लगी रहती है, जिससे उनके परिवार और दोस्तों के बीच उनका मज़ाक उड़ाया जाता है। मामला बढ़ते-बढ़ते परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंच गया, जहां पत्नी ने बिना झिझक अपनी प्राथमिकता स्पष्ट कर दी – ‘पति नहीं, सोशल मीडिया ज़रूरी है।’
पांच साल की शादी, लेकिन रिश्तों में दूरी
कटिहार के इस दंपती की शादी को पांच साल हो चुके हैं, लेकिन अब तक उनके कोई संतान नहीं है। पति का कहना है कि उनकी पत्नी सोशल मीडिया पर इतनी व्यस्त रहती है कि वह पारिवारिक जीवन पर ध्यान ही नहीं देती। वह दिनभर नए-नए पोज़ में तस्वीरें क्लिक कर पोस्ट करने में मस्त रहती है, जिससे उनके रिश्ते में खटास आ गई है।
पति का यह भी आरोप है कि पत्नी का किसी अन्य पुरुष से नजदीकी संबंध हो सकता है। जब भी वह पत्नी से सोशल मीडिया का कम उपयोग करने की बात करते हैं, तो झगड़ा हो जाता है। इस विवाद ने उनके रिश्ते को इस मोड़ पर ला दिया कि अब तलाक की नौबत आ गई है।
पत्नी ने कहा – ‘मुझे सोशल मीडिया पर तस्वीरें पोस्ट करना पसंद है’
जब यह मामला परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचा तो पत्नी ने दो टूक जवाब दिया – ‘मैं पति को छोड़ सकती हूं, लेकिन सोशल मीडिया नहीं।’ इस बयान ने वहां मौजूद सभी को हैरान कर दिया। संतान न होने के मामले में पत्नी ने उल्टा पति पर ही दोष मढ़ दिया और डॉक्टर की एक रिपोर्ट भी पेश की। हालांकि, रिपोर्ट से यह स्पष्ट नहीं हो सका कि समस्या पति में है या पत्नी में।
सोशल मीडिया के कारण टूट रहे हैं परिवार
परिवार परामर्श केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक ने बताया कि सोशल मीडिया जहां एक तरफ लोगों को जोड़ने का काम करता है, वहीं यह रिश्तों को भी तोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पति और पत्नी के बीच जितने भी झगड़े हाल में आए हैं, उनमें से कई मामलों में सोशल मीडिया एक बड़ी वजह बनकर उभरा है।
इस मामले में पत्नी को काफी समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उसने अपनी ज़िद नहीं छोड़ी। उसने साफ कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट करना बंद नहीं करेगी। अगर इसके लिए उसे पति और परिवार को भी छोड़ना पड़े, तो वह तैयार है। जब कोई समझौता नहीं हो सका, तो परामर्श केंद्र ने दोनों को कोर्ट जाने की सलाह दी।
सोशल मीडिया बन रहा रिश्तों में दरार की वजह
यह मामला एक बार फिर इस ओर इशारा करता है कि सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग किस तरह से पारिवारिक रिश्तों को कमजोर कर सकता है। यह सिर्फ इस दंपती की कहानी नहीं, बल्कि आज कई रिश्ते इसी डिजिटल दुनिया की भेंट चढ़ रहे हैं। सोशल मीडिया का संतुलित उपयोग ही इस समस्या का समाधान हो सकता है।
इस घटना से यह सबक लिया जा सकता है कि हमें वर्चुअल दुनिया से ज्यादा अपने असली रिश्तों को प्राथमिकता देनी चाहिए। अन्यथा, यह डिजिटल लत धीरे-धीरे हमारे जीवन के सबसे अहम रिश्तों को निगल जाएगी।