बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बावजूद शराब माफिया कानून की धज्जियां उड़ाते हुए तस्करी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। ताजा मामला रोहतास जिले के सासाराम से सामने आया है, जहां तस्करों ने कब्रिस्तान को ही शराब का गोदाम बना डाला। पुलिस ने जब इस गोरखधंधे का पर्दाफाश किया, तो पूरे इलाके में सनसनी मच गई।
कब्रिस्तान में छिपा था नशे का जखीरा
रोहतास जिले के कादिरगंज स्थित अलावल खान मकबरा के पास के कब्रिस्तान में अवैध शराब छिपाने की गुप्त सूचना पुलिस को मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस की एक विशेष टीम मौके पर पहुंची। जैसे ही पुलिस वहां पहुंची, पहले से सतर्क तस्कर फरार हो गए। जब पुलिस ने इलाके की बारीकी से तलाशी ली, तो जो खुलासा हुआ, उसने सबको हैरान कर दिया।
कब्रिस्तान की कई पुरानी कब्रों के अंदर मिट्टी हटाकर शराब की बोरियां छिपाई गई थीं। पुलिस ने जब खुदाई कर जांच की, तो अंदर से देसी शराब से भरी बोतलें बरामद हुईं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, शराब की मात्रा 50 लीटर से अधिक थी। शराब तस्कर इसे बेहद सुनियोजित तरीके से यहां छिपा रहे थे, ताकि किसी को शक न हो और पुलिस की नजरों से बचा जा सके।
अनोखे तस्करी के तरीके से पुलिस भी हैरान
यह तरीका न केवल तस्करी के लिए नया था, बल्कि यह बेहद शातिराना भी था। तस्करों ने कब्रिस्तान को चुना ताकि पुलिस या आम लोग आसानी से यहां जांच करने की हिम्मत न करें। स्थानीय लोगों के अनुसार, रात के अंधेरे में कब्रिस्तान के पास कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी गई थीं, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि यहां शराब छिपाई जा रही होगी।
इलाके में दहशत, पुलिस की सख्ती बढ़ी
इस खुलासे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने तुरंत बरामद शराब को जब्त कर लिया और इस मामले में अज्ञात तस्करों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि जल्द ही इस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया जाएगा।
रोहतास पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
“शराबबंदी के बाद से तस्कर नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं, लेकिन हम भी पूरी तरह सतर्क हैं। किसी भी कीमत पर अवैध शराब के इस धंधे को नहीं चलने दिया जाएगा।”
बिहार में शराबबंदी और बढ़ती तस्करी
गौरतलब है कि बिहार में 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद राज्य में शराब तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस और प्रशासन की लाख सख्ती के बावजूद शराब माफिया कानून को ठेंगा दिखाकर तस्करी के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। पहले पेंट की कैन, दूध के कंटेनर और टैंकरों में शराब तस्करी के मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन अब कब्रिस्तान का इस्तेमाल तस्करी के लिए किया जा रहा है, जो चौंकाने वाला है।
अब आगे क्या?
पुलिस अब इस मामले की तह तक जाने में जुट गई है। स्थानीय प्रशासन ने कब्रिस्तान और उसके आसपास के इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है ताकि आगे से कोई भी इस तरह के कृत्य को अंजाम न दे सके। सवाल यह भी उठता है कि इस तस्करी में कितने लोग शामिल थे और क्या इसमें किसी बड़े गिरोह का हाथ है? पुलिस जल्द ही इन सवालों के जवाब देने का दावा कर रही है।
इस चौंकाने वाले खुलासे के बाद एक बात तो साफ हो गई है—बिहार में शराबबंदी के बावजूद तस्करी का खेल बदस्तूर जारी है, और जब तक कानून का सख्ती से पालन नहीं कराया जाता, तब तक ऐसे चौंकाने वाले मामले सामने आते रहेंगे।