बिहार के किशनगंज में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। ‘नाइट फाइट’ की तैयारी कर रहे शराब तस्करों के प्लान पर पुलिस ने पानी फेर दिया। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी मौके से फरार हो गए। अब पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस तस्करी में बंगाल से बिहार का क्या कनेक्शन है और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं।
कैसे हुई कार्रवाई?
दरअसल, बहादुरगंज थाना इलाके में पुलिस ने शराब तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए महादेव दिग्घी के पास NH-4 लेन पर एक सफेद स्विफ्ट कार से 208 लीटर विदेशी शराब बरामद की। हालांकि, कार में सवार तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। पुलिस ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ बिहार मद्य निषेध उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और उनकी तलाश जारी है।
पुलिस ने कैसे पकड़ी शराब से भरी कार?
बहादुरगंज थानाध्यक्ष निशांत कुमार ने बताया कि गुरुवार देर रात पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक कार से शराब की तस्करी हो रही है। सूचना मिलते ही पुलिस ने वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। इस दौरान, एक सफेद स्विफ्ट कार पुलिस को देखकर अररिया की ओर भागने लगी। पुलिस ने तुरंत पीछा किया और महादेव दिग्घी के पास कार को पकड़ लिया। हालांकि, कार में सवार तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। जब पुलिस ने कार की तलाशी ली, तो उसमें से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद हुई।
208 लीटर विदेशी शराब जब्त
पुलिस ने कार को जब्त कर लिया और बिहार मद्य निषेध उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। जब्त शराब अलग-अलग ब्रांड की बोतलों में थी, जिनकी कुल मात्रा 208 लीटर बताई जा रही है। पुलिस अब फरार तस्करों की पहचान में जुटी हुई है और यह जांच कर रही है कि इस तस्करी नेटवर्क में कौन-कौन शामिल है।
बंगाल से बिहार तक तस्करी का नेटवर्क?
पुलिस का मानना है कि यह शराब पश्चिम बंगाल से बिहार लाई जा रही थी। किशनगंज, अररिया और आसपास के इलाकों में शराब तस्करी का यह नेटवर्क काफी सक्रिय है। इससे पहले भी कई बार इस तरह की खेप पकड़ी जा चुकी है, लेकिन तस्करों का नेटवर्क खत्म नहीं हो रहा। पुलिस अब इस तस्करी के पूरे सिंडिकेट को उजागर करने के लिए जांच तेज कर रही है।