जगदम्बा हे लीअ ने खबरिया हमार लिरिक्स

Parati Geet Lyrics | पराती लोकगीत - मैथिली प्राति गीत लिरिक्स

जगदम्बा हे लीअ ने खबरिया हमार लिरिक्स

जगदम्बा हे लीअ ने खबरिया हमार
जगदम्बा हे लीअ ने खबरिया हमार

जखन जगदम्बा मईया घरसं बहार भेली
जखन जगदम्बा मईया घरसं बहार भेली
जगदम्बा हे कोढ़िया काया लय ठाढ़
जगदम्बा हे लीअ ने खबरिया हमार

जखन जगदम्बा मईया आंगन सं बहार भेली
जखन जगदम्बा मईया आंगन सं बहार भेली
जगदम्बा हे अन्हरा नयना लय ठाढ़
जगदम्बा हे लीअ ने खबरिया हमार

जखन जगदम्बा मईया दरबज्जा सं बहार भेली
जखन जगदम्बा मईया दरबज्जा सं बहार भेली
जगदम्बा हे बाँझिन पुत्र लय ठाढ़
जगदम्बा हे लिअ ने खबरिया हमार

जखन जगदम्बा मईया गाम सं बहार भेली
जखन जगदम्बा मईया गाम सं बहार भेली
जगदम्बा हे निर्धन धन लय ठाढ़
जगदम्बा हे लीअ ने खबरिया हमार

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जय चन्द्र झा हास्य और व्यंग्य लेखन में माहिर हैं, जिनका इस क्षेत्र में 20 वर्षों का अनुभव है। उनकी रचनाएँ मिथिला की संस्कृति, समाज और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर हास्यपूर्ण व तीखे व्यंग्य के साथ गहरी छाप छोड़ती हैं।
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