कैच लपकने को भागा बॉलर, क्रिकेट मैदान में चली गई युवा क्रिकेटर की जान; शोक की लहर

कैच लपकने को भागा बॉलर, क्रिकेट मैदान में चली गई युवा क्रिकेटर की जान; शोक की लहर

दरभंगा: खेल के मैदान में एक पल में सबकुछ बदल सकता है, और ऐसा ही कुछ बिहार के दरभंगा जिले के महिसारी गांव में हुआ। क्रिकेट खेलते वक्त 15 साल के युवा क्रिकेटर आशीष पासवान की दर्दनाक मौत हो गई। गेंदबाजी कर रहे आशीष ने कैच लपकने के लिए दौड़ लगाई, लेकिन इसी दौरान फील्डिंग कर रहे एक अन्य खिलाड़ी से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि आशीष मैदान में ही गिर पड़ा और उसके सीने में तेज दर्द होने लगा।

कैच पकड़ने की कोशिश में जिंदगी छूटी

यह हादसा सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के महिसारी गांव के क्रिकेट मैदान में हुआ। आशीष पासवान, जो आठवीं कक्षा का छात्र था, अपने नाना के घर रहकर पढ़ाई करता था। शनिवार को वह दोस्तों के साथ टेनिस बॉल से क्रिकेट खेल रहा था। मैच के दौरान बल्लेबाज ने जोरदार शॉट मारा, जिसे लपकने के लिए आशीष तेजी से दौड़ा। लेकिन भागते-भागते वह पॉइंट पर फील्डिंग कर रहे एक अन्य खिलाड़ी से टकरा गया।

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टक्कर इतनी तेज थी कि आशीष वहीं गिर गया और दर्द से कराहने लगा। साथी खिलाड़ी घबरा गए और उसे आनन-फानन में पास के डॉक्टर के पास लेकर गए। डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज किया और एक इंजेक्शन लगाया, लेकिन उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई। आखिरकार इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

गांव में छाया मातम, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

इस घटना के बाद महिसारी गांव में मातम छा गया। क्रिकेट खेल रहे साथी खिलाड़ी और गांव के लोग गहरे सदमे में हैं। आशीष के पिता राकेश पासवान बेंगलुरु में मजदूरी करते हैं, और जब उन्हें इस दुखद खबर का पता चला, तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया।

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परिजनों का कहना है कि आशीष तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था और पढ़ाई में भी अच्छा था। उसके मौसा देवेंद्र पासवान ने बताया, “गांव में अक्सर बच्चे टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते थे। हमें क्या पता था कि एक खेल में इतनी बड़ी घटना हो जाएगी।”

पुलिस ने संभाला मामला, पूरे गांव में शोक की लहर

हादसे के तुरंत बाद सिंहवाड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। पुलिस ने बताया कि यह पूरी तरह से एक दुर्घटना थी और इसमें किसी की लापरवाही नहीं थी।

आशीष का अंतिम संस्कार महिसारी गांव में ही कर दिया गया। उसकी मां और परिवार के अन्य सदस्य बेसुध हैं। पूरे गांव में इस घटना को लेकर गमगीन माहौल बना हुआ है, और लोग यही कह रहे हैं— “खेल-खेल में चली गई एक होनहार बच्चे की जान!”

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भगवान जी झा मिथिला के जाने-माने समाचार संपादक हैं। TheMithila.com पर वे मिथिला की भाषा, संस्कृति और परंपराओं को समर्पित लेखों के जरिए क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने का प्रयास करते हैं।
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