बिहार में 2016-17 से शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद शराब की तस्करी और कारोबार लगातार जारी है। खासकर नेपाल बॉर्डर से सटे सीतामढ़ी जिले में तस्करी का यह धंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है। इसी कड़ी में पुलिस ने एक टूरिस्ट बस से 13 लाख रुपये की विदेशी शराब जब्त की है।
गुप्त सूचना पर बड़ी कार्रवाई
मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग और नानपुर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कोइली गांव स्थित एक ईंट भट्ठा के पास घेराबंदी कर टूरिस्ट बस को रोका गया। तलाशी के दौरान बस के तहखाने में छिपाकर रखे गए 154 कार्टन हरियाणा निर्मित विदेशी शराब बरामद हुए। पुलिस के पहुंचते ही बस चालक और तस्कर मौके से फरार हो गए।
वाहन और मोबाइल जब्त, तस्करों की पहचान जारी
पुलिस ने मौके से एक पिकअप वैन (बीआर 06 जीडी 8204), एक ग्लैमर बाइक (बीआर 07बी 3603) और एक मोबाइल फोन जब्त किया है। इन सबूतों के आधार पर फरार तस्करों की पहचान की जा रही है।
थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में शराब की बड़ी खेप पहुंची है और इसे ठिकाने लगाने की तैयारी हो रही है। इसी आधार पर पुलिस ने घेराबंदी कर यह बरामदगी की।
अज्ञात तस्करों पर प्राथमिकी दर्ज
इस मामले में बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर चार से पांच अज्ञात तस्करों को आरोपी बनाया गया है। छापेमारी टीम में पुअनि शिवम कुमार, सनोज कुमार सहित सशस्त्र बलों के जवान भी शामिल थे।
शराब तस्करी पर लगाम लगाने में पुलिस नाकाम?
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब सीतामढ़ी में शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई है। इससे पहले भी कई बार तस्करों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद शराब की तस्करी का धंधा जारी है। शराबबंदी के बावजूद शराब का कारोबार फल-फूल रहा है, जिससे कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।