सीतामढ़ी स्टेशन बनेगा बिहार का प्राइड: जानें कौन-कौन सी सुविधाएं होंगी शामिल!
सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन का कायाकल्प जल्द ही शुरू होने वाला है। इसे विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए 221 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इस परियोजना के तहत स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। पुनर्विकास योजना के अंतर्गत स्टेशन परिसर का सीमांकन कर लिया गया है, और यहां चल रही पुरानी दुकानों को पहले ही हटा दिया गया है। रेलवे की जमीन पर चल रहे सरकारी बस स्टैंड को भी खाली कराया जा चुका है।
स्टेशन के दोनों ओर होंगे भवन
नए मॉडल के तहत स्टेशन के दोनों ओर भवन बनाए जाएंगे। दक्षिणी भाग में चार मंजिला और उत्तरी भाग में दो मंजिला भवन का निर्माण होगा। स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा, जिसमें पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए टिकाऊ संरचना तैयार की जाएगी।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा स्टेशन
स्टेशन पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाई जाएंगी। यात्रियों के लिए फूड प्लाजा, लाउंज, और मॉल की सुविधा भी उपलब्ध होगी। अत्याधुनिक कार पार्किंग के साथ स्टेशन परिसर को स्मार्ट और आकर्षक बनाया जाएगा। रैक प्वाइंट और माल यार्ड को स्टेशन से हटाने की प्रक्रिया भी जारी है, ताकि यात्रियों को धूल और अन्य असुविधाओं से राहत मिल सके।
स्थानीय लोगों को मिलेगा धूल से छुटकारा
स्टेशन के पूर्वी भाग में स्थित रैक प्वाइंट और माल यार्ड पर अभी मालगाड़ियों से सीमेंट, स्टोन चिप्स, और खाद्यान्न जैसी चीजें लोड और अनलोड की जाती हैं। इसकी वजह से वहां ट्रकों और ट्रैक्टरों की आवाजाही से उड़ने वाली धूल का गुबार स्थानीय मोहल्लों, जैसे कृष्णानगर और बसवरिया के निवासियों के लिए परेशानी का कारण बनता था। स्थानीय लोग लंबे समय से रैक प्वाइंट को हटाने की मांग कर रहे थे। डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने बताया कि जल्द ही रैक प्वाइंट के लिए नई जगह तय की जाएगी, जिससे स्टेशन परिसर और आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता और शांति बनी रहेगी।
निर्माण की योजना और अगला कदम
निर्माण कार्य शुरू करने से पहले खाली स्थानों का उपयोग किया जाएगा। अस्थायी टिकट काउंटर, रिजर्वेशन काउंटर, और अन्य कार्यालयों को स्थापित करने के बाद स्टेशन के मुख्य भवन का निर्माण होगा। डीआरएम ने हाल ही में निरीक्षण के दौरान निर्माण के लिए बनाए गए नक्शे की स्वीकृति दी है।
इस परियोजना से न केवल सीतामढ़ी स्टेशन का रूप बदल जाएगा, बल्कि यात्रियों को सुविधाजनक और आरामदायक सफर का अनुभव भी मिलेगा। स्थानीय निवासियों को भी इस विकास से लाभ होगा, जिससे उनका जीवनस्तर बेहतर होगा।