बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने नकली विक्स वेपोरब और आयोडेक्स बनाने के गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इंग्लिश मोड़ स्थित एक घर से भारी मात्रा में नकली विक्स और आयोडेक्स बनाने का कच्चा माल, डिब्बे और स्टीकर बरामद किए हैं। इस मामले में पप्पू मंडल नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली और मुंबई से आई कॉपीराइट टीम ने इस नकली दवा फैक्ट्री की सूचना बांका पुलिस को दी थी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक उपेंद्र नाथ वर्मा ने एक विशेष टीम बनाकर छापेमारी करवाई। पुलिस टीम को मौके से IODEX और VICKS की नकली बोतलें, केमिकल और ब्रांडेड कंपनियों के नकली रैपर भी मिले हैं।
दिल्ली स्थित विक्स कंपनी के मैनेजर मनोहर झा के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर इंग्लिश मोड़ स्थित पप्पू मंडल के घर पर छापेमारी की गई। वहां से 730 बॉक्स नकली विक्स वेपोरब (प्रत्येक बॉक्स में 12 पीस), 20,210 विक्स वेपोरब के डिब्बे, 1720 स्टिकर और करीब 15 किलो केमिकल बरामद किया गया। अमरपुर थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि पप्पू मंडल से पूछताछ जारी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर सुनील चौधरी ने नकली विक्स और आयोडेक्स के इस्तेमाल के गंभीर खतरे बताए हैं। उन्होंने कहा, “अगर विक्स नकली हुआ तो यह एलर्जी का कारण बन सकता है और जिस उद्देश्य के लिए इसे लगाया जाता है, उसमें कोई फायदा नहीं होगा। इससे त्वचा पर इंफेक्शन और कई अन्य बीमारियां हो सकती हैं।”
डॉ. चौधरी के अनुसार, असली आयोडेक्स और विक्स दर्द से राहत देने के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन अगर ये नकली हुए तो इनसे स्किन एलर्जी, जलन और यहां तक कि स्किन बर्न भी हो सकता है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि दवाइयां खरीदते समय ब्रांडेड और प्रमाणित दुकानों से ही खरीदें और नकली उत्पादों से बचें।
बांका जिले में नकली दवाओं के कारोबार पर पुलिस की पैनी नजर है। इस मामले के बाद अन्य जगहों पर भी छापेमारी की संभावना जताई जा रही है। Navbharat Times की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस जल्द ही इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी कर सकती है। आम जनता से भी अपील की गई है कि अगर किसी को नकली दवा बनाने या बेचने की सूचना मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।