पहले कोई लड़की कपड़ा पहनती थी… बेगूसराय में ये क्या बोल गए नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। विकास योजनाओं की समीक्षा और नई घोषणाओं के बीच, उनकी कुछ टिप्पणियां विवाद का कारण बन रही हैं। शनिवार को बेगूसराय में जीविका दीदियों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने महिलाओं के पहनावे और अभिव्यक्ति में आए बदलाव की सराहना की, लेकिन उनके बयान को लेकर असहजता भी महसूस की गई।
जीविका दीदियों की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “पहले कोई लड़की कपड़ा पहनती थी जी… अब कितना बढ़िया हो गया… सब कितना अच्छा कपड़ा पहन रही हैं और बोलती भी कितना अच्छा हैं। पहले नहीं बोल पाती थीं। बहुत अच्छा है। जहां भी जाते हैं, जीविका दीदी का दर्शन करते हैं।” उनकी यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और राजनीतिक बहस छिड़ गई। मौके पर मौजूद मंत्री विजय कुमार चौधरी और सम्राट चौधरी भी इस बयान के बाद असहज नजर आए।
यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री की टिप्पणी चर्चा में आई हो। इससे पहले सारण जिले में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था, “पहले लोग खाली बैठकर ताड़ी पीते थे, अब सब मेहनत कर रहे हैं।” इस बयान को लेकर भी काफी विवाद हुआ था। विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इसे राज्य की गरीब जनता और ताड़ी से जुड़े समुदायों का अपमान बताया था।
अब, बेगूसराय की इस टिप्पणी ने मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा को एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर ला दिया है। आरजेडी के नेताओं ने न केवल उनके बयानों पर सवाल उठाए, बल्कि उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर भी टिप्पणी की। मुख्यमंत्री के समर्थकों का कहना है कि उनके बयानों का मकसद सकारात्मक बदलावों को उजागर करना है, लेकिन विपक्ष इसे राजनीतिक मुद्दा बना रहा है।