कचरे से भरे ट्रक से आ रही थी ‘टन-टना-टन’ की आवाज, पुलिस ने खोला ‘खुशी’ का राज

कचरे से भरे ट्रक से आ रही थी 'टन-टना-टन' की आवाज, पुलिस ने खोला 'खुशी' का राज

कचरे से भरे ट्रक से आ रही थी ‘टन-टना-टन’ की आवाज, पुलिस ने खोला ‘खुशी’ का राज -बिहार के मुजफ्फरपुर में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में विदेशी शराब जब्त की है। मोतीपुर थाना पुलिस ने एनएच-27 पर नरियार गांव के पास एक ढाबे के सामने खड़े ट्रक से 265 कार्टन अवैध शराब बरामद की। यह शराब चतुराई से कचरे के नीचे छिपाई गई थी। पुलिस ने ट्रक के ड्राइवर और खलासी को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि, मामले का मुख्य सरगना मौके से फरार हो गया है, और उसकी तलाश जारी है।

यह एक शातिर तस्करी का मामला था, जिसमें शराब को कचरे के नीचे दबाकर रखा गया था ताकि किसी को भी शक न हो। पुलिस ने बिना देर किए ट्रक के ड्राइवर और खलासी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में यह भी पता चला कि यह शराब दरभंगा भेजी जा रही थी, और तस्करों ने इसे बेहद चतुराई से छिपाया था।

और पढें  वर्दी पहन बिना हेलमेट के बाइक चला रहे थे ASI साहब! सामने आते ही ट्रैफिक पुलिस ने काट दिया...

अपर थानाध्यक्ष रामजीत यादव ने बताया कि जैसे ही पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली, वे तुरंत सशस्त्र बलों के साथ मौके पर पहुंचे और ट्रक की तलाशी ली। कचरे के नीचे छिपी शराब की खेप को देख पुलिस भी हैरान रह गई। अब पुलिस दोनों गिरफ्तार तस्करों से गहन पूछताछ कर रही है, लेकिन मुख्य सरगना मौके से फरार हो गया है। उसकी तलाश के लिए पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है।

इस कार्रवाई में पुलिसकर्मियों की टीम, जिसमें एसआई धीरेन्द्र कुमार, अजय कुमार, अमिता कुमारी और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे, ने अपनी मुस्तैदी से शराब तस्करी के इस नेटवर्क को नाकाम किया।

और पढें  दरभंगा: स्कूल जा रहे शिक्षक की गोली मारकर हत्या, अपराधियों के हौसले बुलंद

यह पहली बार नहीं है जब मुजफ्फरपुर में शराब तस्करी के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। इससे पहले 18 जनवरी को गयाघाट थाना पुलिस ने 10 लाख रुपये की विदेशी शराब जब्त की थी। इस मामले में एक राजस्थान निवासी राकेश जाट को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस लगातार तस्करी के इस नेटवर्क को तोड़ने में लगी हुई है और तस्करों को पकड़ने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।

भगवान जी झा मिथिला के जाने-माने समाचार संपादक हैं। TheMithila.com पर वे मिथिला की भाषा, संस्कृति और परंपराओं को समर्पित लेखों के जरिए क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने का प्रयास करते हैं।
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Scroll to Top