सहरसा, बिहार: बिहार के सहरसा जिले में एक प्रेम त्रिकोण का हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। यह मामला प्रेम, विश्वासघात और सोशल मीडिया से उपजे रिश्तों की जटिलता को उजागर करता है। जहां एक शादीशुदा व्यक्ति अपनी पत्नी को धोखा देकर प्रेमिका के साथ था, वहीं जब पत्नी को इस बारे में पता चला तो थाने में जमकर हंगामा हुआ।
सोशल मीडिया से शुरू हुआ प्यार और अपहरण की गुत्थी
यह पूरा प्रकरण 10 जनवरी को शुरू हुआ जब छवि प्रिया नाम की युवती अचानक लापता हो गई। वह अपनी बहन के साथ कॉलेज में फॉर्म भरने गई थी, लेकिन अचानक अपने पिता को फोन करके मेला घूमने जाने की बात कहकर फोन बंद कर दिया। जब वह घर नहीं लौटी तो उसके पिता निरंजन कुमार सिंह ने सदर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। छवि को सोनू झा नाम के एक शादीशुदा व्यक्ति के साथ बरामद किया गया, जो पहले से शादीशुदा था और उसका चार साल का बेटा भी था।
थाने में पत्नी और प्रेमिका के बीच झड़प, पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप
जब सोनू की पत्नी कल्पना कुमारी को इस बारे में पता चला, तो वह सुपौल से सहरसा के सदर थाने पहुंच गई और अपने पति से जवाबतलब करने लगी। विवाद इतना बढ़ गया कि थाने में ही कल्पना और छवि के बीच हाथापाई हो गई। पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा और किसी तरह स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सोनू और छवि की मुलाकात फेसबुक पर हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और रिश्ता प्यार में बदल गया। सोनू ने अपनी शादी और बच्चे की जिम्मेदारी को नजरअंदाज कर दिया और छवि को अपनी जिंदगी में शामिल कर लिया।
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले, सोशल मीडिया पर रिश्तों की सच्चाई
बिहार और अन्य राज्यों में इस तरह के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जहां सोशल मीडिया पर बनी पहचान प्यार में बदली और बाद में धोखाधड़ी या आपराधिक घटनाओं में बदल गई। 2023 में पटना में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जहां एक महिला ने फेसबुक के जरिए एक व्यक्ति से शादी कर ली, लेकिन बाद में उसे पता चला कि वह पहले से शादीशुदा था। ऐसे ही एक अन्य मामले में एक युवती को दिल्ली में फेसबुक के जरिए प्रेमजाल में फंसाया गया और बाद में उसका शोषण किया गया।
इस तरह के मामलों से यह साफ हो जाता है कि सोशल मीडिया के जरिए बनने वाले रिश्ते कितने विश्वसनीय होते हैं, इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। कई बार लोग भावनाओं में बहकर जल्दबाजी में फैसले ले लेते हैं, जो बाद में उनके जीवन में गंभीर समस्याएं खड़ी कर देते हैं।
निष्कर्ष: भावनाओं के साथ समझदारी भी जरूरी
इस मामले में तीनों ही लोग—छवि, सोनू और कल्पना—भावनात्मक रूप से प्रभावित हुए हैं। लेकिन इसका सबसे ज्यादा खामियाजा सोनू के बच्चे को भुगतना पड़ेगा, जो अपने माता-पिता के इस विवाद से अनजान है। यह घटना बताती है कि भावनाओं में बहकर लिए गए फैसले जीवनभर की मुश्किलों को जन्म दे सकते हैं।
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर रिश्ते बनना आम बात हो गई है, लेकिन इन रिश्तों की सच्चाई को समझना और जांचना बेहद जरूरी है। ऐसे मामलों से हमें सीख लेनी चाहिए और बिना सोचे-समझे किसी के भी जाल में फंसने से बचना चाहिए।