Madhubani News- खनन विभाग की हालिया छापेमारी ने अवैध मिट्टी खनन करने वाले माफियाओं के बीच हड़कंप मचा दिया है। मधुबनी जिले के साहरघाट थाना क्षेत्र के अखरहरघाट में अवैध मिट्टी खनन करते हुए 5 ट्रैक्टर जब्त किए गए। इन ट्रैक्टरों पर कुल ₹5,46,250 का जुर्माना लगाया गया है।
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई
खनन विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि धौंस नदी के पास अवैध मिट्टी खनन किया जा रहा है। इसके बाद स्थानीय अंचल प्रशासन के साथ संयुक्त अभियान चलाया गया। इस कार्रवाई का नेतृत्व सीओ नीलेश कुमार, सीआई बसंत झा, खनन विभाग के अधिकारी संतोष कुमार और साहरघाट थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने किया।
छापेमारी के दौरान पांच ट्रैक्टरों को जब्त किया गया। इन ट्रैक्टरों में केरवा निवासी राजीव साह के 2 ट्रैक्टर, साहरघाट निवासी सूरज साह का 1 ट्रैक्टर, रामनगर निवासी उमेश साह का 1 ट्रैक्टर और जिलाटोल निवासी गुड्डू यादव का 1 ट्रैक्टर शामिल हैं।
डेढ़ दर्जन ट्रैक्टर चालक हुए फरार
जब खनन विभाग की टीम ने छापा मारा, तो मौके पर मौजूद करीब डेढ़ दर्जन ट्रैक्टर चालक फरार हो गए। हालांकि, विभाग ने 5 ट्रैक्टर जब्त कर लिए और उन पर ₹1,09,250 प्रति ट्रैक्टर की दर से जुर्माना लगाया।
अवैध खनन माफियाओं में खलबली
खनन विभाग के इस सख्त कदम से माफियाओं के बीच खलबली मच गई है। यह माफिया रोजाना लाखों रुपये कमा रहे थे और सरकार को राजस्व का भारी नुकसान पहुंचा रहे थे।
सीओ नीलेश कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई राजस्व क्षति रोकने और अवैध खनन पर नियंत्रण लगाने के लिए की गई है। उन्होंने कहा,
“इस तरह की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए विभाग नियमित रूप से छापेमारी करेगा।”
खनन विभाग ने बनाई माफियाओं की सूची
इस कार्रवाई के बाद खनन विभाग माफियाओं की पहचान और उनकी सूची बनाने में जुट गया है। अधिकारियों का कहना है कि आगे और सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि अवैध खनन के इस खेल को खत्म किया जा सके।
बालू और मिट्टी माफियाओं का धंधा जारी
इस क्षेत्र में अवैध बालू और मिट्टी खनन लंबे समय से चल रहा है। माफिया रोजाना लाखों रुपये कमा रहे थे और सरकार को राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा था।
छापेमारी के बाद इलाके में माफियाओं और वाहन मालिकों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी सख्ती पहले की जानी चाहिए थी।