पाँचपत्र (हरिमोहन झा) (१) दड़िभंगा १-१-१९
पाँचपत्र (हरिमोहन झा) (१) दड़िभंगा १-१-१९
हमर आशानन्द भाई, कमौआ ससुर के एकलौता जमाई मास में पन्द्रह दिन सासुरे में डेरा।पबै छथि काजू-किशमिश, बर्फी-पेड़ा।।भोजन में लगैत
मैथिली साहित्य संस्थान और कला एवं शिल्प महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में मैथिली दिवस मनाने के लिए एक परिचर्चा और पुस्तक विमोचन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
यह त्योहारहर साल कार्तिक माह के पहले सप्ताह में छठ के पारण दिन से बिहार, झारखंड, बंगाल, उड़ीसा और नेपाल में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है – यह त्योहार भाई-बहनों को एकजुट करता है
गॊनू झा पहुंचला नर्क भाग 1 – एक बार की बात है, मैं जय चन्द्र झा और गोनू झा दोनों
छोटॆ भाई भोनू झा को भी उम्मीद थी कि अगर गोनू बाबू अधिकारी बन गए, तॊ गाँव के झंझट और बँटवारे की समस्याएँ अपने आप खत्म हो जाएग़ी एवं भैंस तथा कम्बल दोनो मेरे हो जाएंगे ।