Mithilanchal Prasidh Arikanchan Sabji – अरिकञ्चन बनाने की विधि –अरिकञ्चन, भारत और नेपाल के तराई क्षेत्र का एक पारंपरिक व्यंजन है, जिसे खासतौर पर थारू और मैथिली समुदायों में बेहद पसंद किया जाता है। यह व्यंजन स्थानीय सामग्री और अनोखी पाक कला का एक बेहतरीन उदाहरण है।
इसमें मुख्य रूप से अरबी के पत्ते और उड़द दाल का उपयोग किया जाता है। अरबी के पत्तों पर उड़द दाल के गाढ़े बैटर की परत चढ़ाकर उसे रोल किया जाता है, फिर भाप में पकाया जाता है और गोल टुकड़ों में काटकर तला जाता है। इसे करी में पकाकर एक अद्भुत सब्जी के रूप में परोसा जाता है।
अरिकञ्चन की खासियत:
- पोषक तत्वों से भरपूर: यह व्यंजन प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है क्योंकि इसमें उड़द दाल और हरी पत्तेदार सब्जियों का उपयोग किया जाता है।
- बहु-उपयोगी: इसे दो तरीकों से परोसा जा सकता है – कुरकुरी स्नैक के रूप में या मसालेदार करी में डुबोकर सब्जी के रूप में।
- क्षेत्रीय स्वाद का मेल: सरसों के पेस्ट और मसालों का उपयोग इसे पूर्वी भारत और नेपाल की क्षेत्रीय पहचान देता है।
करी में पकाए गए अरिकञ्चन को सरसों के तेल, हल्दी, जीरा और अन्य मसालों के साथ तैयार किया जाता है, जो इसे एक तीखा और जायकेदार स्वाद देता है। यह व्यंजन चावल, रोटी, या लिट्टी के साथ परोसा जा सकता है।
संस्कृति और परंपरा
यह व्यंजन त्यौहारों, पारिवारिक समारोहों, और विशेष अवसरों पर बनाया जाता है। इसका हर निवाला आपको ग्रामीण भारत और नेपाल के समृद्ध स्वाद और परंपरा का अनुभव कराता है।
अरिकञ्चन सिर्फ एक व्यंजन नहीं, बल्कि एक संस्कृति का हिस्सा है, जो हर बाइट में अपनी मिट्टी की महक और घर की यादें समेटे हुए है।
Mithilanchal Prasidh Arikanchan Sabji – अरिकञ्चन बनाने की विधि
Ingredients
- सामग्री
- बैटर के लिए:
- उड़द दाल काली दाल: 1 कप (6 घंटे या रातभर भिगोई हुई)
- अरबी के पत्ते: 6–8 बड़े ताजे पत्ते
- नमक: 1 चम्मच स्वादानुसार
- मसाले तलने के लिए:
- जीरा पाउडर: 1 चम्मच
- हल्दी पाउडर: 1/2 चम्मच
- धनिया पाउडर: 1 चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर: 1/2 चम्मच
- अदरक पेस्ट: 1 चम्मच
- लहसुन पेस्ट: 1 चम्मच
- तलने के लिए:
- तेल: आवश्यकतानुसार डीप फ्राई या शैलो फ्राई के लिए
- करी के लिए वैकल्पिक:
- सरसों के दाने: 1 चम्मच
- सरसों का पेस्ट वैकल्पिक: 1 बड़ा चम्मच
- प्याज: 1 बड़ा बारीक कटा हुआ
- टमाटर: 2 मध्यम प्यूरी बनाएं
- जीरा पाउडर: 1 चम्मच
- हल्दी पाउडर: 1/2 चम्मच
- गरम मसाला: 1/2 चम्मच
- हरी मिर्च: 2 लंबाई में चीरी हुई
- सरसों का तेल या कोई अन्य तेल: 2 बड़े चम्मच
- पानी: 1.5 कप
- ताजा धनिया पत्ती: सजावट के लिए
Instructions
- बनाने की विधि
- चरण 1: बैटर तैयार करें
- भीगी हुई उड़द दाल को धोकर पीस लें। बैटर गाढ़ा और चिकना होना चाहिए। इसमें स्वादानुसार नमक मिलाएं।
- बैटर को 30 मिनट के लिए अलग रख दें।
- चरण 2: अरबी के पत्तों को तैयार करें
- पत्तों को अच्छे से धोकर सुखा लें।
- पत्तों की मोटी नसे काटकर निकाल दें ताकि पत्ते मुलायम हो जाएं।
- चरण 3: पत्तों पर बैटर लगाएं और भाप में पकाएं
- एक पत्ता लें और उसे चिकने हिस्से को नीचे की ओर रखें।
- पत्ते पर बैटर की एक पतली परत समान रूप से लगाएं।
- इसके ऊपर दूसरा पत्ता रखें और फिर बैटर लगाएं। ऐसा 3–4 पत्तों तक करें।
- अब पत्तों को एक सिरे से रोल करें और कसकर बेलनाकार बना लें। इसे धागे या टूथपिक से बांधें ताकि यह खुले नहीं।
- रोल को 15–20 मिनट तक स्टीम करें। ठंडा होने दें।
- चरण 4: रोल काटें और तलें
- ठंडे रोल को 1/2 इंच मोटे टुकड़ों (पिनव्हील्स) में काट लें।
- एक कटोरे में मसाले (जीरा पाउडर, हल्दी, धनिया, मिर्च) अदरक और लहसुन पेस्ट के साथ मिलाएं।
- तेल गरम करें और पिनव्हील्स को सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें। तलने के दौरान मसाला छिड़कें।
- चरण 5: करी के लिए (वैकल्पिक)
- सरसों का तेल गरम करें और उसमें सरसों के दाने डालें। जब यह चटकने लगे, तो कटे प्याज डालें और सुनहरा भूरा होने तक भूनें।
- अब टमाटर प्यूरी, हल्दी, जीरा पाउडर और गरम मसाला डालें। मसाले अच्छी तरह पकाएं।
- यदि उपयोग कर रहे हैं, तो सरसों का पेस्ट डालें और मिलाएं।
- पानी डालकर ग्रेवी तैयार करें और इसे 5 मिनट तक उबालें।
- तले हुए अरिकञ्चन पिनव्हील्स ग्रेवी में डालें और 3–5 मिनट तक पकाएं।
- चरण 6: परोसें
- ताजा धनिया पत्ती से सजाएं।
- इसे गरमा-गरम चावल या रोटी के साथ परोसें।
Notes
टिप्पणियाँ:
- ताजा अरबी के पत्तों का उपयोग करें क्योंकि पुराने पत्ते खुजली पैदा कर सकते हैं।
- मसालों की मात्रा अपने स्वाद के अनुसार घटा-बढ़ा सकते हैं।