बिहार में युवती के 5 टुकड़े करके दो बोरी में ठूंसा शव, लड़की की भी आंखें निकालकर हत्यारों ने खेत में फेंकी लाश – बिहार के कोसी-सीमांचल क्षेत्र में हाल ही में दो भयावह हत्याओं की घटनाएं सामने आई हैं, जिसने इलाके में भारी हड़कंप मचा दिया है। सुपौल और किशनगंज जिलों में मिले शवों की स्थिति बेहद भयावह थी, और इन हत्याओं ने पुलिस और प्रशासन को चौकस कर दिया है।
सुपौल में महिला का शव कई टुकड़ों में मिला
सुपौल जिले के कदमाहा पंचायत स्थित परड़ी गांव में बिहुल नदी के किनारे एक युवती का शव दो बोरियों में बंद हुआ मिला। शव के शरीर को पांच टुकड़ों में काटकर बोरियों में रखा गया था। शव को फेंकने से पहले हत्यारों ने युवती की पहचान छिपाने के लिए इस खौ़फनाक तरीके से उसकी हत्या की थी। स्थानीय ग्रामीणों ने जब नदी के पास तेज दुर्गंध महसूस की, तो उन्होंने घटना का पता लगाया और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बोरियों से शव के टुकड़े बरामद किए, हालांकि सिर का कोई निशान नहीं मिला। शव का फूलना और उसकी स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह हत्या लगभग एक सप्ताह पहले की गई होगी। पुलिस अब शव के सिर की तलाश कर रही है और आसपास के क्षेत्र में गुमशुदगी की रिपोर्ट्स को खंगाल रही है। यह मामला उस क्षेत्र में अपराध के बढ़ते ग्राफ का संकेत है।
किशनगंज में किशोरी की बेरहमी से हत्या
किशनगंज जिले के पोठिया थाना क्षेत्र के उदगारा नयाबस्ती गांव में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां 16 वर्षीय किशोरी का शव एक मकई के खेत में मिला। मृतक किशोरी की पहचान पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर थाना क्षेत्र के लीनगर खैरबारी गांव निवासी रहीमा बेगम के रूप में की गई।
पुलिस की जांच में सामने आया कि किशोरी के शरीर पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। हत्यारे इतने बेरहम थे कि उन्होंने किशोरी की आंखें तक बाहर निकाल लीं। पुलिस ने घटनास्थल से सभी आवश्यक साक्ष्य जुटाए हैं और हत्यारों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आसपास के क्षेत्र में छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस दोनों मामलों में तेजी से जांच कर रही है और इन हत्याओं के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस की प्रतिक्रिया और क्षेत्रीय सुरक्षा पर सवाल
दोनों घटनाओं के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस की तरफ से सुरक्षा के सवाल उठ रहे हैं। इन निर्मम हत्याओं ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही आरोपियों को पकड़ने के लिए कड़ी कार्रवाई करेंगे, लेकिन इन घटनाओं ने पहले ही इलाके में डर और चिंता का माहौल बना दिया है।
अब तक की जानकारी के अनुसार, दोनों हत्याएं बेहद संगठित और योजनाबद्ध तरीके से की गई प्रतीत हो रही हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि इन घटनाओं में शामिल लोग काफी अनुभवी हो सकते हैं। स्थानीय पुलिस इस समय पूरे इलाके में सख्त निगरानी रखे हुए है, और किसी भी तरह के सुराग के लिए जांच जारी रखी जा रही है।
इन घटनाओं के बाद बिहार के प्रशासन को अपनी सुरक्षा नीतियों पर पुनः विचार करने की जरूरत महसूस हो रही है, ताकि ऐसी क्रूर हत्याओं को भविष्य में रोका जा सके।