यातायात थाना के पुलिसकर्मी धनंजय कुमार द्वारा चालान की 5.5 लाख रुपये की राशि गबन कर फरार होने के बाद, अब प्रशासन ने उसके घर की कुर्की-जब्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। न्यायालय से आदेश लेने की कार्रवाई जारी है।
8 महीने से लापता, अपहरण या घोटाला?
धनंजय कुमार बीते आठ महीने से लापता है। पुलिस का कहना है कि उसकी तलाश जारी है, जबकि उसके परिजन अपहरण की आशंका जता रहे हैं। उनका दावा है कि धनंजय को रुपयों समेत किडनैप कर लिया गया, क्योंकि उसका मोबाइल भी लगातार बंद आ रहा है।
पुलिस भी नहीं लगा पा रही सुराग
हैरानी की बात यह है कि एक पुलिसकर्मी नौ महीने तक चालान की राशि अपने पास रखता रहा और किसी अधिकारी को भनक तक नहीं लगी! उसके फरार होने के बाद मामला सामने आया और अब पुलिस टेक्निकल टीम के सहारे खोजबीन कर रही है, लेकिन अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
परिजनों का दावा, नहीं मिल रही मदद
धनंजय कुमार के परिजन एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी से मिले और उसकी गुमशुदगी की शिकायत की। उन्होंने लहेरियासराय थाना में केस दर्ज करवाने की कोशिश की, लेकिन वहां से उन्हें स्थानीय थाना में भेज दिया गया। परिजनों का कहना है कि उन्होंने खुद भी हरसंभव खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला।
क्या घोटाले के बाद भागा या सच में हुआ अपहरण?
अब बड़ा सवाल ये है कि धनंजय रकम गबन कर फरार हुआ या वाकई उसका अपहरण हुआ? पुलिस अब जल्द ही उसकी संपत्ति की कुर्की करने जा रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में इस मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है।
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