दरभंगा में नशेड़ियों की गुंडागर्दी: ट्रेनी एसआई पर चाकू से हमला, दो गिरफ्तार
दरभंगा के लहेरियासराय बस स्टैंड पर नशेड़ियों के दो गुटों के बीच झगड़ा शांत कराने गई पुलिस पर जानलेवा हमला हुआ। प्रशिक्षु सब-इंस्पेक्टर (एसआई) पीयूष कुमार और अंकुर पासवान को झगड़ा रोकने के प्रयास में नशेड़ियों ने चाकू मारकर घायल कर दिया। यह घटना पुलिस और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। घायल पुलिसकर्मियों को तुरंत दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (डीएमसीएच) में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
घटना तब हुई जब बस स्टैंड पर नशे की हालत में दो गुटों के बीच झगड़ा हो रहा था। स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और झगड़ा शांत कराने की कोशिश की। तभी नशेड़ी गुटों में से कुछ लोग उग्र हो गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। प्रशिक्षु एसआई पर चाकू से हमला इतना अचानक हुआ कि वे बचाव करने में असमर्थ रहे। हालांकि, अन्य पुलिसकर्मियों ने स्थिति को संभालते हुए दो आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से हमले में इस्तेमाल किए गए चाकू को भी बरामद कर लिया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सिंधु चौधरी और संस्कार कश्यप के रूप में हुई है। दोनों आरोपी बलभद्रपुर मोहल्ले के रहने वाले हैं। फिलहाल पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है, ताकि घटना के पीछे की वजह और इसमें शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी मिल सके।
लहेरियासराय थाना प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस को तुरंत मौके पर भेजा गया था। प्रशिक्षु एसआई पीयूष कुमार और अंकुर पासवान पर चाकू से हमला करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घायल पुलिसकर्मियों की हालत अब स्थिर है और उनका इलाज डीएमसीएच में चल रहा है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस झगड़े का कारण क्या था और क्या इसमें अन्य गुट भी शामिल थे।
इस घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है। बस स्टैंड और उसके आसपास के इलाकों में नशेड़ियों का जमावड़ा आम बात हो गई है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बस स्टैंड पर आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। लोगों ने नशेड़ी गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना बिहार में बढ़ती नशाखोरी और उससे जुड़े अपराधों की गंभीरता को उजागर करती है। पुलिस बल, जो समाज की सुरक्षा के लिए कार्यरत है, को अब अपने ही बचाव के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। प्रशासन ने यह आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और नशे की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
दरभंगा में हुई इस वारदात ने न केवल पुलिस की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि नशे की समस्या कितनी गंभीर हो चुकी है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले को कितनी तेजी और प्रभावी तरीके से सुलझाता है।