Author name: Jay Chandra Jha

जय चन्द्र झा हास्य और व्यंग्य लेखन में माहिर हैं, जिनका इस क्षेत्र में 20 वर्षों का अनुभव है। उनकी रचनाएँ मिथिला की संस्कृति, समाज और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर हास्यपूर्ण व तीखे व्यंग्य के साथ गहरी छाप छोड़ती हैं।

लाल चरण अछि तोर हे जननी लिरिक्स - Laal Charan Achhi Tor He Janani
लॊक गीत

काली के महिमा अपार हे जगदम्बे माता लिरिक्स – Kali Ke Mahima Apaar He Jagdambe Lyrics

काली के महिमा अपार हे जगदम्बे माता लिरिक्स – Kali Ke Mahima Apaar He Jagdambe Lyrics

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शिवरात्रि स्पेशल फलाहारी रेसिपी
भानस घर

शिवरात्रि स्पेशल फलाहारी रेसिपी

महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर व्रत रखने वाले भक्तों के लिए यह स्पेशल फलाहारी रेसिपी बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है। इसमें आटे का चूरमा, केला-दूध का घोल और अन्य फल शामिल किए जाते हैं, जो ऊर्जा प्रदान करते हैं।

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मिथिला की पांच विख्यात महिलाये जिनका पुस्तकों में होता हैं उल्लेख
आलेख, कथा-सागर, लॊक कथा

मिथिला की पांच विख्यात महिलाये जिनका पुस्तकों में होता हैं उल्लेख

मिथिला की कुछ स्त्रियों का प्राचीन ग्रंथों और इतिहास की पुस्तकों में अक्सर नाम उल्लेखित रहता है | इन स्त्रियों ने  अपने ज्ञान से न केवल मिथिला अपितु संपूर्ण भारतवर्ष का नाम इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया है | आईये जानतें हैं की ये  कौन थीं ?

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दरभंगा महाराज का इतिहास -अस्तित्व से अन्त तक का एक लेखा जोखा !
आलेख

दरभंगा महाराज का इतिहास -अस्तित्व से अन्त तक का एक लेखा जोखा !

दरभंगा महाराज का इतिहास -अस्तित्व से अन्त तक का एक लेखा जोखा !

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