दिल्ली से भागकर जमुई पहुंचे दुष्यंत और खुशबू ने 7 फरवरी को सिमरिया मंदिर में शादी रचा ली। चार महीने पहले शुरू हुआ उनका प्यार शादी के बंधन में बदल गया। खुशबू के घरवालों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी थी, जिससे बचने के लिए वह घर से भागकर दुष्यंत के पास जमुई आ गई। दुष्यंत दिल्ली में काम करता है और उसने 1200 किलोमीटर का सफर तय कर खुशबू के साथ शादी कर ली। शादी में खुशबू के परिवार के लोग शामिल नहीं हुए, लेकिन मंदिर में मौजूद लोगों ने कन्यादान की रस्म निभाई और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया।
प्रेम कहानी की शुरुआत
दुष्यंत और खुशबू की प्रेम कहानी दिल्ली में शुरू हुई। दुष्यंत अपनी बहन से मिलने दिल्ली गया था, जहां उसकी मुलाकात खुशबू से हुई। खुशबू, दुष्यंत की बहन के घर के सामने वाले मकान में अपने परिवार के साथ रहती थी। धीरे-धीरे दोनों की मुलाकातें बढ़ीं और दोस्ती प्यार में बदल गई। यह सिलसिला चार महीने तक चला, लेकिन जब खुशबू के घरवालों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी, तो उसने दुष्यंत के साथ भागने का फैसला किया। 7 फरवरी को दोनों दिल्ली से निकल गए।
दुष्यंत और खुशबू की पृष्ठभूमि
दुष्यंत मूल रूप से जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र के मिल्की गांव का निवासी है, जबकि खुशबू छपरा की रहने वाली है। दुष्यंत दिल्ली में एक निजी कंपनी में नौकरी करता है। घर से भागने के बाद, दोनों ने जमुई के सिकंदरा प्रखंड स्थित महादेव सिमरिया मंदिर में शादी करने का फैसला किया। शादी में दुष्यंत के परिवार और दोस्तों ने हिस्सा लिया। दुष्यंत ने बताया कि वे दोनों पिछले चार महीने से एक-दूसरे से प्यार करते थे और जब खुशबू के घरवालों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी, तो वह सबकुछ छोड़कर उसके पास जमुई आ गई।
खुशबू के परिवार की अनुपस्थिति
खुशबू के परिवार वाले इस शादी से खुश नहीं थे, इसलिए वे शादी में शामिल नहीं हुए। हालांकि, मंदिर में मौजूद अन्य लोगों ने कन्यादान और अन्य रस्में निभाकर उनकी कमी पूरी की। सभी ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया। इस तरह 1200 किलोमीटर की दूरी तय कर एक प्रेम कहानी शादी के बंधन में बंध गई।